नई दिल्ली, जेएनएन। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के तय मानक के मुताबिक, देश में आज भी काबिल डॉक्टरों की संख्या के मामले में हम बहुत पीछे हैं। वर्तमान जनसंख्या की तुलना में यह अनुपात 1:1456 ही है यानी 1456 मरीजों के लिए सिर्फ एक डॉक्टर। ऐसे में मेडिकल फील्ड में एमबीबीएस और बीडीएस करके करियर बनाने वालों के लिए अच्छा मौका है। सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेजों में सीटें बढ़ा दी गई हैं, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को डॉक्टर बनने का मौका मिल सके। इसके लिए नीट-2020 आगामी 3 मई, 2020 को आयोजित की जाएगी। आइए जानें, नीट क्वालिफाई कर कैसे बढ़ें डॉक्टर बनने की राह पर...
हाल की अधिसूचना के अनुसार, एम्स और जेआइपीएमईआर (जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन ऐंड रिसर्च) सहित देश के सभी मेडिकल कॉलेजों/ संस्थानों में एमबीबीएस व बीडीएस कोर्सेज में प्रवेश के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) अनिवार्य हो गया है यानी नीट यूजी-2020 की परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को मेरिट के आधार पर देशभर के मेडिकल कॉलेजों में चलाए जा रहे एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेज में एडमिशन मिलेगा। अब एम्स और जेआइपीएमईआर के लिए भी अलग से कोई प्रवेश परीक्षाएं नहीं होंगी। यहां भी 2020 से नीट के जरिए ही दाखिला होगा। जाहिर है आगामी नीट के अभ्यर्थियों के पास अधिक मौके हैं।
प्रवेश प्रक्रिया
नीट में चयन के लिए रिजल्ट आने के बाद काउंसलिंग होती है। इसके लिए सबसे पहले एनटीए द्वारा नीट यूजी-2020 में प्राप्त अंकों के आधार पर अखिल भारतीय रैंक तथा राज्य के रैंक के क्रमानुसार सफल उम्मीदवारों की एक सूची तैयार की जाती है। बाद में इसी अंक के आधार पर अखिल भारतीय कोटा सीट, राज्य सरकार कोटा सीट, केंद्रीय संस्थान/विवि/डीम्ड विवि तथा निजी मेडिकल/कॉलेजों/ एनआरआइ कोटा सीटों पर दाखिला दिया जाएगा। इस परीक्षा में अखिल भारतीय कोटे के लिए 15 फीसदी सीटें निर्धारित हैं।
आवश्यक योग्यता
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) एक क्वालिफाइंग प्रवेश परीक्षा है। इसमें आवेदन के लिए न्यूनतम आयु 17 वर्ष है और इसके लिए अधिकतम उम्र सीमा 25 वर्ष है। इसमें एससी/एसटी/ओबीसी तथा दिव्यांग कैंडिडेट को 5 साल की छूट है। जिन स्टूडेंट्स ने फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और अंग्रेजी विषयों के साथ 12वीं पास किया है तथा पीसीबी विषयों को मिलाकर न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है, वे इस परीक्षा में बैठ सकते हैं, जबकि पिछड़ा वर्ग एवं शारीरिक रूप से अशक्त उम्मीदवारों के लिए यह अंक सीमा 45 प्रतिशत तथा एससी/एसटी के लिए 40 प्रतिशत है। इसके अलावा, इस साल 12वीं बोर्ड का एग्जाम दे रहे स्टूडेंट भी इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं, लेकिन काउंसलिंग के पहले दौर तक योग्यता परीक्षा आवश्यक प्रतिशत के साथ उत्तीर्ण करना करना जरूरी है। वहीं, जिन कैंडिडेट्स ने ओपन स्कूल या निजी स्तर पर 12वीं परीक्षा पास की है, वे नीट में आवेदन के पात्र नहीं हैं।
प्रश्नपत्र का स्वरूप
नीट यूजी-2020 पेन और पेपर आधारित परीक्षा है यानी यह परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से होगी। नीट में भौतिकी (45 प्रश्न), रसायन (45 प्रश्न) तथा जीव विज्ञान (90 प्रश्न) को मिलाकर एक प्रश्नपत्र होता है। प्रश्नपत्र में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होते हैं, जिसमें चार विकल्पों में से एक सही उत्तर/विकल्प चुनना होता है। पूरा प्रश्नपत्र 720 अंकों का है, जिसमें प्रत्येक प्रश्न चार अंक के होते हैं यानी प्रत्येक सही उत्तर के लिए उम्मीदवार को 4 अंक मिलेंगे। वहीं प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 अंक कुल स्कोर से काट लिया जाएगा।
परीक्षा की अवधि 3 घंटे की होगी। अगर विषयों के महत्वपूर्ण टॉपिक्स की बात करें, तो फिजिक्स विषय से मैकेनिक्स, ऑप्टिक्स, थर्मोडायनॉमिक्स और न्यूक्लियर फिजिक्स जैसे चैप्टर से ज्यादातर प्रश्न पूछे जाते हैं। वहीं, केमिस्ट्री में मोल कॉन्सेप्ट, जनरल आर्गेनिक केमिस्ट्री, पीरियाडिक टेबल, केमिकल बॉन्डिंग, कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी में इकोलॉजी ऐंड एनवॉयर्नमेंट, जेनेटिक्स, सेल बायोलॉजी, मार्फोलॉजी, रिप्रोडक्शन ऐंड फिजियोलॉजी ऑफ प्लांट्स ऐंड एनिमल्स तथा बेसिक्स ऑफ बायोटेक्नोलॉजी जैसे टॉपिक्स से अधिकतर प्रश्न आते हैं। देशभर में आयोजित होने वाली इस राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा का प्रश्नपत्र हिंदी और अंग्रेजी समेत कुल 11 भाषाओं में होगा, जिसमें से किसी एक भाषा में आप अपना प्रश्नपत्र चुन सकते हैं।
रणनीति के साथ तैयारी
केंद्र सरकार द्वारा पेश आंकड़े के अनुसार, देश में एमबीबीएस सीटों की कुल संख्या करीब 75 हजार है। शैक्षणिक वर्ष 2020 से, एम्स और जेआइपीएमईआर सहित सभी मेडिकल कॉलेजों/ संस्थानों में एमबीबीएस व बीडीएस कोर्सेज में प्रवेश के लिए नीट अनिवार्य होने के बाद इस साल आवेदकों की संख्या और अधिक बढ़ने का अनुमान है। जाहिर है इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ने के साथ ही कटऑफ का स्तर भी और बढ़ेगा। इसलिए नीट की एक सही स्ट्रेटेजी के साथ तैयारी की जरूरत है, ताकि मेरिट सूची में अपनी जगह पक्की कर सकें। वैसे, इस तरह की परीक्षाओं की तैयारी स्टूडेंट्स द्वारा करीब एक साल पहले से शुरू कर दी जाती है। इसलिए यह उम्मीद की जा सकती है कि आपने पेपर के सिलेबस को अब तक अच्छी तरह से जान-समझ लिया होगा। चूंकि यह परीक्षा आगामी 3 मई को है, इसलिए अभी इस परीक्षा की विधिवत तैयारी के लिए आपके पास काफी वक्त है। ऐसे में सभी स्टूडेंट सबसे पहले रोजाना पढ़ाई के लिए अपना एक टाइम टेबल बनाएं। कोशिश यही करें कि तैयारी के लिए आप जितना भी समय दें, उतने में पूरा सिलेबस परीक्षा से 15 दिन पहले जरूर कम्पलीट हो जाए। जब पूरा सिलेबस एक बार कवर हो जाए, तो तीनों विषयों के जो महत्वपूर्ण चैप्टर और सेक्शंस हैं उन्हें चिह्नित करके फिर से इनका चैप्टरवाइज बारी-बारी टेस्ट दें।
महत्वपूर्ण टॉपिक्स की अवधारणाओं को अच्छी तरह समझने के लिए यह सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। टेस्ट के जरिए आपका खुद का मूल्यांकन भी होता रहेगा। टेस्ट के दौरान जो एरिया आपको कमजोर दिखे, उसे और स्ट्रॉन्ग बनाएं। साथ ही, परीक्षा से पहले कम से कम पिछले 10 वर्षों के पेपर्स का अभ्यास भी एक बार जरूर कर लें। इससे आपको एक तो प्रश्नों के पैटर्न का सही से अंदाजा हो जाएगा। फिलहाल एग्जाम तक रोजाना मॉक टेस्ट का अभ्यास करें और जितना अधिक संभव हो, यूट्यूब की भी मदद लें। यहां पर तैयारी के लिए तमाम वीडियो मिल जाएंगे।
पढ़ाई व प्रैक्टिस में लें ऑनलाइन मदद
स्टूडेंट अपनी तैयारी को और अधिक धार देने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की मदद ले सकते हैं। इस परीक्षा के लिए गूगल प्ले स्टोर पर कई उपयोगी एप्स मौजूद हैं, जहां से इस एंट्रेंस एग्जाम की बेहतर तैयारी की जा सकती है, जैसे कि प्रि-पीजी-प्रिप। यह पीजी मेडिकल एंट्रेंस के लिए प्रिपरेशन एप है। इसके फीचर्स की बात करें, तो इसमें फ्री डेली नीट टेस्ट सीरीज, क्वैश्चंस बैंक, इमेज बेस्ड क्वैश्चंस, एडप्टिव टेस्ट, परफॉर्मेंस एनालिटिक्स, डिस्कशन बोर्ड आदि दिए गए हैं। इसे गूगल प्ले स्टोर से इंस्टॉल कर सकते हैं। यहां सब्जेक्ट वाइज, मिनी और फुल मॉक टेस्ट की सुविधा भी है। इसी तरह नीट 2020 प्रिपरेशन भी एक अच्छा एप है, जहां पर पुराने क्वैश्चंस पेपर के साथ-साथ करीब 30 वर्षों के टॉप मेडिकल परीक्षाओं के बहुविकल्पीय प्रश्न दिए गए हैं। इसके अलावा, पेपर पैटर्न के अनुसार उत्तर सहित करीब 25 हजार प्रश्नों के प्रैक्टिस की सुविधा दी गई है, जिससे कॉन्सेप्ट को समझने में आसानी होगी। इसी तरह नीट प्रैक्टिस और आकाश आइट्यूटर जैसे एप की मदद भी नीट की तैयारी के लिए ले सकते हैं। ये सभी एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं।
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